बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
उत्तर -
(Method of Community Development)
सामुदायिक विकास कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करते हुए यह सुझाव दिया गया कि सामुदायिक विकास के लिए नीचे दर्शायी गई तीन विधियों का समावेश आवश्यक है-
(अ) बहुविषयक वस्तु शिक्षा (Multi Subject Matter Education)
(ब) सहायता प्राप्त स्वयं चलाई गई परियोजनाएँ (Aided Self help Projects)
(स) स्थानीय संगठनों का विकास (Development of Local Organisations)
(अ) सामाजिक शिक्षा - ऐतिहासिक रूप में सामाजिक शिक्षा को बुनियादी शिक्षा (Fundamental Education), सामुदायिक शिक्षा (Community Education), जनशिक्षा (Mass Education) तथा प्रौढ़ शिक्षा (Adult Education) कहा गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि सामाजिक शिक्षा सामुदायिक विकास से पहले ही आरम्भ की गई जो कि निम्नलिखित कारणों से स्पष्ट है-
(1) चूँकि सामुदायिक विकास का उद्देश्य जनता के व्यवहार में परिवर्तन लाना है जो सामाजिक शिक्षा द्वारा सम्भव हो सकता है।
(2) नए स्वतंत्र और विकासशील देशों में प्रौढ़ शिक्षा या जनशिक्षा या जनशिक्षा प्रायः अनिवार्य है क्योंकि प्राइमरी शिक्षा के अभाव में अधिकतर लोग अनपढ़ हैं और बिना पढ़े स्थानीय नेतृत्व का विकास अथवा स्वायत्त शासित कार्यक्रम नहीं चल सकता है।
(3) सभी सामाजिक योजनाओं में अच्छे बुद्धिमानों एवं अच्छे मस्तिष्कों की आवश्यकता अवश्यम्भवी है अतः प्रौढ़ शिक्षा अनिवार्य है।
(4) नयी तकनीकों को अपनाने हेतु भी शिक्षित लोग आवश्यक हैं जो सामुदायिक विकास कार्यक्रम द्वारा स्पष्ट है। अतः इस विधि द्वारा सामुदायिक विकास के उद्देश्य की पूर्ति शीघ्र होती है।
प्रसार शिक्षा - यदि सामुदायिक विकास योजना को संगठन (Organisation) और प्रसार-शिक्षा को प्रबन्धन (Management) कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति न होगी क्योंकि संगठन शरीर की तरह तथा प्रबन्धन प्राण की भाँति कार्य करता है जिससे शरीर सजीव हो जाता है ठीक इसी के अनुरूप सामुदायिक विकास कार्यक्रम में प्रसार-शिक्षा की भूमिका श्रेयस्कर है जो कि निम्न बिन्दुओं से स्पष्ट हो जाता है-
(1) प्रसार-शिक्षा लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने में पूर्णतया सक्षम है। इसमें सामुदायिक विकास का लक्ष्य पूरा होता है।
(2) ग्रामीण लोगों को समस्याओं की सही-सही जानकारी प्रसार शिक्षा द्वारा ही सम्भव है।
(3) प्रसार-शिक्षा द्वारा ही प्रशिक्षण व्यवस्था निर्धारित की जाती है।
(4) प्रसार-शिक्षा द्वारा प्रशासनिक नीति बनती है जिससे लक्ष्य प्राप्ति में सहायता मिलती है।
(5) क्योंकि प्रसार-शिक्षा कृषि पर आधारित व्यावहारिक ज्ञान है जो विकास की नीति निर्धारित करता है तथा अनुसंधान द्वारा प्राप्त की गई पद्धतियों के विवरण पर रोशनी डालता है। इस प्रकार से भी सामुदायिक विकास की लक्ष्य प्राप्ति में सहायता मिलती है।
(6) ग्रामीण जनता के ज्ञान, दृष्टिकोण एवं कौशल में वृद्धि करके प्रसार-शिक्षा उन्हें प्रगतिशील बनाने में सहायक है जिसके परिणामस्वरूप लोग स्वयं प्रेरित होकर नई तकनीकों को अपनाकर जीवन-स्तर ऊपर उठाते हैं।
(ब) सहायता प्राप्त स्वयं चलाए गए प्रोजेक्ट - जनता में आत्मविश्वास पैदा करने, आत्मनिर्भरता बनाने, संगठनात्मक दक्षता उत्पन्न करने के लिए सामूहिक तौर पर समस्या का निदान करने में इस प्रकार की परियोजनाएँ बहुत ही उपयोगी होती है। अतः इस विधि द्वारा सामुदायिक विकास योजना के लक्ष्य प्राप्त किये जा सकते हैं। 100
(स) स्थानीय संगठनों द्वारा (By Local Organisation) - गाँव में विकास परिषद् सहकारी समितियाँ, युवक दल, महिला दल का विकास करके भी सामुदायिक विकास योजना के लक्ष्य की पूर्ति होती है। अनुसंधानों द्वारा ज्ञात हुआ है कि अन्य विधियों
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- प्रश्न- सामुदायिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक विकास कार्यक्रम की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के मूल तत्व क्या हैं?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक संगठन को परिभाषित करते हुए इसकी विभिन्न परिभाषाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की विभिन्न परिभाषाओं के आधार पर तत्त्वों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की सैद्धान्तिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के दर्शन पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास प्रक्रिया के अन्तर्गत सामुदायिक विकास संगठन कितनी अवस्थाओं से गुजरता है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन और सामुदायिक विकास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन और सामुदायिक क्रिया में अंतर बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के प्रशासनिक ढांचे का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास में सामुदायिक विकास संगठन की सार्थकता एवं भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइयें।
- प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के क्षेत्र, आवश्यकता एवं परिकल्पना के विषय में विस्तार से लिखिए।
- प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना के बारे में बताइए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) पर एक टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- राष्ट्रीय सेवा योजना (N.S.S.) पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र संगठन का परिचय देते हुए इसके विभिन्न कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- कपार्ट एवं गैर-सरकारी संगठन की विकास कार्यक्रम में महत्वपूर्ण घटक की भूमिका निभाते हैं? विस्तृत टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- बाल कल्याण से सम्बन्ध रखने वाली प्रमुख संस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हेल्प एज इण्डिया के विषय में आप क्या जानते हैं? यह बुजुर्गों के लिए किस प्रकार महत्वपूर्ण है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों व महत्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- बाल विकास एवं आप (CRY) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों एवं मूल सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- CRY को मिली मान्यता एवं पुरस्कारों के विषय में बताइए।
- प्रश्न- बाल अधिकार का अर्थ क्या है?
- प्रश्न- बच्चों के लिए सबसे अच्छा एनजीओ कौन-सा है?
- प्रश्न- राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
- प्रश्न- नेतृत्व से आप क्या समझते है? नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं का विश्लेषण कीजिये।
- प्रश्न- नेतृत्व के विभिन्न प्रारूपों (प्रकारों) की विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण की प्रमुख प्रविधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कार्यस्थल पर नेताओं की पहचान करने की विधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ग्रामीण क्षेत्रों में कितने प्रकार के नेतृत्व पाए जाते हैं?
- प्रश्न- परम्परागत ग्रामीण नेतृत्व की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण को किन बाधाओं का सामना करना पड़ता है?
- प्रश्न- नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं को बताइए।
- प्रश्न- नेतृत्व का क्या महत्व है? साथ ही नेतृत्व के स्तर को बताइए।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षक से आप क्या समझते हैं? एक नेतृत्व प्रशिक्षक में कौन-से गुण होने चाहिए? संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
- प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
- प्रश्न- विकास कार्यक्रम का अर्थ स्पष्ट करते हुए विकास कार्यक्रम के मूल्यांकन में विभिन्न भागीदारों के महत्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विकास कार्यक्रम चक्र को विस्तृत रूप से समझाइये | इसके मूल्यांकन पर भी प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- विकास कार्यक्रम तथा उसके मूल्यांकन के महत्व का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के प्रमुख घटक क्या हैं?
- प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन की प्रक्रिया का उदाहरण सहित विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अनुवीक्षण / निगरानी की विकास कार्यक्रमों में क्या भूमिका है? टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी में बुनियादी अवधारणाएँ और तत्वों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी के साधन और तकनीकों का तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
- प्रश्न- मूल्यांकन डिजाइन (मूल्यांकन कैसे करें) को समझाइये |
- प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- मूल्यांकन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी में कितने प्रकार के सूचकों का प्रयोग किया जाता है?
- प्रश्न- मूल्यांकन का अर्थ और विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- निगरानी और मूल्यांकन के बीच अंतर लिखिए।
- प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न प्रकारों को समझाइये।